नई दिल्ली। दिल्ली के डॉक्टरों ने कमाल कर दिखाया है। उन्होंने 3000 साल पुरानी तकनीक से एक महिला की नकली नाक बना डाली। ये महिला अफगानिस्तान से आई थी और आतंकियों की गोलीबारी की वजह से नाक गंवा बैठी थी। जिसकी वजह से उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
बता दें कि वैद्य सुश्रुत ने करीब 3000 साल पहले दुनिया को सर्जरी की तकनीक बताई थी। उसी का सहारा लेकर अफगान महिला शम्सा की नाक बनाने में डॉक्टरों ने सफलता हासिल की है। शम्सा पर करीब चार साल पहले आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में उनकी नाक खत्म हो गई थी। शम्सा इस वजह से सांस नहीं ले पा रही थी और सूंघने की ताकत भी जाती रही थी। गोली लगने से नाक का अंदर का हिस्सा नष्ट गया था।
शम्सा को लोगों ने बताया कि दिल्ली में प्लास्टिक सर्जरी से उनकी नाक दोबारा बनाई जा सकती है। मेडिकल सेंटर और मेडस्पा के प्लास्टिक सर्जन अजय कश्यप ने शम्सा की नाक देखी और सुश्रुत की तकनीक अपनाने का फैसला किया। शम्सा के गाल से खाल ली गई और उसी से नाक बना दी गई। शम्सा की सांस लेने की दिक्कत तो इससे खत्म हो ही गई है, साथ ही अब वो अच्छे से सूंघ भी सकती हैं।