नई दिल्ली। चीन के मार्केट में भरे एयर प्यूरीफायर से इस बात का पता चलता है कि 1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के प्रदूषण को हटाने के लिए लोग 15 डॉलर (1,103 रुपए) की कीमत अदा कर रहे हैं। प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, लेकिन इससे छुटकारा पाने के लिए लोग कितना भुगतान करना चाहते हैं? इसका जवाब है.. बहुत सारा, लेकिन यह एक किसी व्यक्ति की आय पर निर्भर करता है। शिकागो यूनिवर्सिटी में हैरिस स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी में सहायक प्रोफेसर कोइचिरो इतो ने इस पर एक स्टडी की है।
स्वच्छ हवा के लिए लोग कितना भुगतान करना चाहते हैं ये समझने के लिए, हमने एयर प्यूरिफायर के लिए चीन के मार्केट की स्टडी की। मार्केट की स्टडी करने के बाद हमने पाया कि ज्यादातर लोग 1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के प्रदूषण को खत्म करने के लिए लोग 5 डॉलर (400 रुपए) देने के लिए तैयार थे। जिन व्यक्ति की आय ज्यादा है वो 1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के प्रदूषण को हटाने के लिए 15 डॉलर दे रहे थे। इसे अच्छे से समझने के लिए मैंने और मेरे को-ऑथर ने चाइना में एक नेचुरल एक्सपेरिमेंट किया। हुअई नदी की पॉलिसी में सामने आया था कि कोयले की ज्यादा गर्मी उत्तर में दक्षिण की तुलना में काफी ज्यादा होती है। इसके बाद एक से दूसरे शहर में शिफ्ट होने की पॉलिसी पर बैन लगा दिया गया था। इसकी वजह से लोगों को अत्यधिक प्रदूषित शहरों में रहना पड़ रहा है।
हमारा ये मानना है कि अगर लोगों को साफ हवा की कद्र है तो वो एयर प्यूरिफायर जरूर खरीदेंगे, जिसकी वजह से घर में प्रदूषण का स्तर घटेगा। जो लोग और भी बुरी हालत में रह रहे हैं वो इसे और ज्यादा खरीदेंगे। इसे प्रूफ करने के लिए हमने एक महीने में ब्रिकी हुए एयर प्यूरिफायर का डेटा निकाला। हमने चीनी जनगणना से मॉनीटर और जनसांख्यिकीय जानकारी से प्रदूषण डेटा भी एकत्रित किया। डेटा में वही रिजल्ट आया जो हमने सोचा था। हमने देखा कि उत्तर में रहने वाले लोगों ने ज्यादा एयर प्यूरिफायर खरीदा था। यहां से हम ये पता लगा पाए हर इंसान को साफ हवा के लिए 400 रुपए का भुगतान करना पड़ता है।