वॉशिंगटन। जल्दी ही एक ऐसा टीका बाजार में आने वाला है, जो कई तरह के कैंसर से लोगों को बचाएगा। इनमें ओवरी, पेट, प्रोस्टेट और खाने की नली के कैंसर शामिल हैं।
बता दें कि कैंसर के मरीजों में HER2 नाम की जीन होती है। जिसकी वजह से कैंसर की कोषिकाएं लगातार बढ़ती और फैलती रहती हैं। नए टीके से उन कोषिकाओं की इस तरह बढ़त रोकी जा सकती है। फिलहाल इस टीके का ट्रायल चल रहा है। स्तन कैंसर के 25 फीसदी मामलों में इस जीन की वजह से ट्यूमर लगातार बनते और बढ़ते रहते हैं। इसका असर ये भी होता है कि इलाज से ठीक होने के बाद मरीज में फिर कैंसर पनप जाता है।
अब नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने नया टीका तैयार किया है। हालांकि इसे स्तन कैंसर के मरीजों में ट्रायल करके नहीं देखा गया है, लेकिन टीका बनाने वालों का मानना है कि इससे स्तन कैंसर के मरीज भी ठीक हो सकेंगे। अब तक ट्रायल में इसने HER2 वाले मरीजों में से 54 फीसदी में कैंसर के सेल की बढ़त रोकने में सफलता हासिल की है। साथ ही 18 महीने तक दवा लेने के बाद एक महिला का ओवरी कैंसर भी ठीक हो गया।
अब तक माना जाता था कि कीमोथेरेपी से हर तरह का कैंसर ठीक हो सकता है, लेकिन इसकी भी कुछ सीमाएं हैं। मसलन शरीर के कुछ हिस्सों में होने वाले कैंसर को कीमोथेरेपी खत्म नहीं कर सकती है। रिसर्च करने वालों के मुताबिक लोगों में कैंसर होगा या नहीं, ये उसकी जीन की संरचना पर निर्भर करता है। ऐसे में जब भी किसी को स्तन कैंसर होता है, तो डॉक्टर उसकी HER2 जीन की जांच करते हैं। आम तौर पर जीन ही ये तय करता है कि स्तन में किस तरह कोषिकाएं बढ़ें। ऐसे में जब जीन का काम बदल जाता है, तो HER2 जीन ज्यादा कोषिकाओं को जन्म लेने देती है और इससे ट्यूमर बन जाते हैं।
ट्रास्टूजुमैब नाम की नई दवा का टीका हर साल तीन हफ्ते तक दिया जाता है। कीमोथेरेपी के दौरान भी ये दवा दी जा सकती है। वैसे ये दवा हरHER2 पॉजिटिव मरीज में कारगर नहीं होती। साथ ही ये काफी जहरीली भी होती है। इसके इस्तेमाल से उल्टी, शरीर पर चकत्ते पड़ना, डायरिया, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द वगैरा होता है।
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