बंगलुरु। कौन कहता है कि इंसानों को ही गुस्सा आता है। कर्नाटक में एक गधे को इतना गुस्सा आने लगा कि लोग उससे परेशान हो गए। फिर एक तरकीब सोची गई। उसकी शादी एक गधी से करा दी गई। इस उम्मीद से कि जैसे शादी के बाद नालायक से नालायक इंसान सुधर जाता है, वैसे गुस्सैल गधा भी भीगी बिल्ली बन जाएगा।
गधे को क्यों आता था गुस्सा ? ये मामला मैसूर के हूरा गांव का है। यहां एक गधा है। उसके साथ एक गधी भी रहती थी। जुलाई में गांव में घुसा एक तेंदुआ इस गधे की संगिनी को मारकर खा गया। इसके बाद से ही शांत स्वभाव के गधे के तेवर बदल गए। वो लोगों को देखते ही काट लेता, दुलत्ती मारकर कई लोगों को घायल भी कर चुका था। हूरा गांव में लोग आखिरकार गधे के गुस्से से परेशान हो गए। उन्होंने आपस में बैठकर उपाय तलाशना शुरू कर दिया। तमाम लोगों ने गधे को गांव से बाहर करने को कहा। इसका विरोध हुआ कि जहां भी गधा जाएगा, वहां वो लोगों को काटेगा और लात मारेगा। आखिर में तय हुआ कि एक गधी लाकर उससे गधे की शादी करा दी जाए।
चामराजनगर में मिली गधे की दुल्हन हूरा गांव के लोगों ने गधे के लिए दुल्हन की तलाश शुरू की और एक खूबसूरत सी गधी उन्हें चामराजनगर में मिल गई। गधी के मालिक ने सारी दास्तां सुनने के बाद अपनी गधी मुफ्त में देने की हामी भर दी। इसके बाद गधे और गधी के लिए कपड़े खरीदे गए और हूरा गांव के पुजारी ने दोनों की शादी करवा दी। बाकायदा गधी को मंगलसूत्र भी बांधा गया। शादी में ही दुलत्ती चलाने लगी गधी शादी के मौके पर तब लोग हैरत में पड़ गए, जब गधी यहां दुलत्ती चलाने लगी। शायद वो गधे को देखकर खुद परेशान थी। खैर गधी के दुलत्ती चलाने पर लोगों को ये कहते सुना गया कि बहुत अच्छा है। उनका कहना था कि अब ये गधी दुलत्ती मार-मारकर गधे को दुरुस्त कर देगी।
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