लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बन रही कथित बायोपिक फिल्म ‘जिला गोरखपुर’ रिलीज होने के पहले ही विवादों के घेरे में आ गई है। इस फिल्म पर भाजपा नेता ने आपत्ति जताते हुए लखनऊ में मुकदमा दर्ज करवा दिया है। उन्हें फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति है। फिल्म कि विरोध के बाद इसके डायरेक्टर विनोद तिवारी ने एक बयान जारी कर बताया कि यह फिल्म अब नहीं बनेगी। बता दें इस फिल्म का फर्स्ट लुक (पोस्टर) शनिवार को ही रिलीज हुआ था।
क्या कहा भाजपा नेता ने
भाजपा नेता आईपी सिंह ने ट्वीटर के माध्यम से निर्देशक विनोद तिवारी को खुला चैलेंज देते हुए कहा था कि वो किसी भी हालत में इस फ़िल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। सिंह ने ये भी कहा है कि आखिर फ़िल्म के निर्माताओं को फंडिंग कहां से की जा रही है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
क्या है फिल्म के फर्स्ट लुक में
नॉस्ट्रम इंटरटेनमेंट के बैनर तले बन रही फिल्म ‘जिला गोरखपुर’ के फर्स्ट लुक में एक भगवाधारी एक इंसान खड़ा दिख रहा है। पोस्टर में खड़े इस शख्स को देखकर ऐसा लग रहा है कि ये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। चूंकि सीएम योगी आदित्यनाथ भी गोरखपुर के रहने वाले हैं और यहां से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं, इसलिए ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि यह फिल्म सीएम योगी की बायोपिक है। पोस्टर में चौंकाने वाली बात यह है कि इस भगवाधारी शख्स के हाथ में पिस्तौल नजर आ रही है। पोस्टर में गाय के बछड़े की तस्वीर भी साफ झलक रही है।
क्या कहा फिल्म डायरेक्टर ने
फिल्म के निर्माता-निर्देशक विनोद तिवारी ने अपने बयान में कहा, ‘समस्त देशवासियों को मैं ये सूचित करता हूं कि मेरी फिल्म ‘जिला गोरखपुर’ की घोषणा के तुरंत बाद सोशल मीडिया में दी गई समीक्षा से मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इसके बारे में स्वतः विभिन्न प्रकार के कयास लगाए जा रहे हैं जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। इन कयासों और दुष्प्रचारों से जनसाधारण की भावनाएं अवश्य आहत हो रही हैं। चूंकि मेरा उद्देश्य न तो किसी की भावनाओं को आहत करना है और ना ही समाज में किसी प्रकार का विद्वेष फैलाना है, इसलिए देश तथा समाज के हित में इस प्रोजेक्ट को मैं बंद करने जा रहा हूं।’