लखनऊ। जी हां, इस खबर की हेडिंग में जो लिखा है, बच्चों के अपराध की ओर मुड़ने की ये बड़ी वजहें हैं। लखनऊ पुलिस ने बाल अपराधियों को लेकर जो जांच की, उसके नतीजे में ये जानकारी सामने आई है। इंटरनेट और जुर्म दिखाने वाले टीवी सीरियल देखकर बच्चे रेप जैसे अपराध तो कर ही रहे हैं। महंगे गैजेट खरीदने के लिए भी वो चोरी जैसे जुर्म में भी हाथ आजमाते हैं।
लखनऊ में नाबालिगों ने किए ये जुर्म
-3 जून 2018: लखनऊ के फरीदीनगर में 6 साल की मासूम को घर से अगवा कर 4 नाबालिगों ने रेप किया।
-6 अप्रैल 2018: बख्शी का तालाब के मदारीपुर गांव में 12 साल की बच्ची को चाकू दिखाकर दो नाबालिगों ने गैंगरेप किया।
-28 मार्च 2018: इटौंजा में 16 साल के लड़के ने 12 साल की बच्ची को अगवा कर रेप किया और फरार हो गया।
-20 दिसंबर 2017: मलिहाबाद में 16 साल के किशोर ने 12 साल की बच्ची को हवस का शिकार बनाया।
-3 अक्टूबर 2017: बख्शी का तालाब इलाके में 15 साल की लड़की से दो नाबालिगों ने गैंगरेप किया।
-20 जुलाई 2017: बंथरा में 7 साल की बच्ची से गैंगरेप कर हत्या के मामले में 2 नाबालिग भाइयों को गिरफ्तार किया गया।
-11 जून 2017: आलमबाग इलाके में 16 साल की लड़की से 3 लड़कों ने गैंगरेप किया।
-11 जून 2017: निगोहां में 8 साल की बच्ची से 3 नाबालिगों ने गैंगरेप किया।
बाकायदा गैंग बनाकर जुर्म करते हैं नाबालिग
2017 में नाबालिग अपराधियों के 5 गैंग पकड़े गए। ये गैंग ऑटो चुराते थे और घरों को भी निशाना बनाते थे। विशेषज्ञों और पुलिस अफसरों के मुताबिक निम्न और मध्यमवर्गीय परिवारों के नाबालिग लड़के टीवी सीरियल और इंटरनेट देखकर अपराध की दुनिया में शामिल हो रहे हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि इसके अलावा महंगे गैजेट्स खरीदने की चाहत भी बच्चों को अपराध की दुनिया की ओर मोड़ रही है। क्योंकि ऐसे बच्चों के घरवालों के पास पैसा नहीं होता और वे बच्चों को महंगे गैजेट्स खरीदकर नहीं दे पाते।
बच्चों को न देखने दें ये सीरियल
लखनऊ पुलिस के तमाम अफसर और बच्चों के बिहेवियर के विशेषज्ञों के मुताबिक ‘क्राइम पेट्रोल’ और ‘सावधान इंडिया’ जैसे सीरियलों से बच्चों को दूर रखने की जरूरत है। पुलिस के अफसरों का कहना है कि जुर्म में शामिल ज्यादातर नाबालिग आरोपियों का कहना है कि इन दोनों सीरियल को देखकर उन्होंने अपराध किया। इसके अलावा तमाम नाबालिगों का कहना है कि वो महंगे गैजेट खरीदना चाहते थे, जिसकी वजह से चोरी करने लगे।