शंघाई। 34 फुट यानी करीब 10 मीटर से ज्यादा लंबा अंतरिक्ष से आ रहा खतरा टल गया है। ये खतरा चीन के स्पेस स्टेशन से था। चीन का स्पेस स्टेशन टियांगगोंग-1 नियंत्रण से बाहर हो गया था। सोमवार सुबह इस स्पेस स्टेशन ने धरती के वायुमंडल में प्रवेश किया। जिसके बाद वो जलकर राख हुआ और महासागर में जा गिरा।
कहां गिरा चीन का स्पेस स्टेशन ?
चीन के स्पेस स्टेशन टियांगगोंग-1 ने आज तड़के से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करना शुरू किया था। वायुमंडल में घर्षण की वजह से वो जलने लगा। तेज रफ्तार से धरती पर गिर रहे टियांगगोंग-1 के तमाम छोटे टुकड़े हो गए और एक बड़ा टुकड़ा रह गया। जिसके बाद सबकुछ जलकर राख हो गया और प्रशांत महासागर के दक्षिणी हिस्से में पानी में टियांगगोंग-1 समा गया।
कितना बड़ा था टियांगगोंग-1 ?
चीन का स्पेस स्टेशऩ टियांगगोंग-1 एक बड़ी बस के आकार का था। इसका व्यास 8 फुट से ज्यादा था। वहीं, लंबाई 34 फुट से ज्यादा थी।
चीन ने पश्चिमी देशों पर साधा निशाना
चीन के ग्लोबल टाइम्स ने टियांगगोंग-1 के नष्ट होने के बाद एक आलेख में पश्चिमी देशों पर चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम से चिढ़ने का आरोप लगाया। अखबार ने लिखा कि अंतरिक्ष यान को तो नष्ट हो ही जाना था, लेकिन इसे लेकर बढ़ा चढ़ाकर खबरें फैलाई गईं और इससे दुनियाभर में दहशत फैली।