- मुख्यमंत्री ने कहा – जितनी शिद्दत से यह जांच हो रही, वैसे ही जस्टिस लोया की मौत की भी जांच हो
नई दिल्ली। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहली बार बयान दिया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पुलिस इस मामले में कुछ ज्यादा ही गंभीरता दिखा रही है। उन्होंने पूछा, ‘पुलिस जितनी शिद्दत से इस मामले की जांच कर रही है, उतनी ही शिद्दत से जस्टिस लोया की मौत की जांच क्यों नहीं की जा रही है?’
सीएम केजरीवाल ने मीडिया से कहा, ‘जितनी शिद्दत से इस मामले की जांच हो रही है, मुझे खुशी है… होनी चाहिए, लेकिन मैं जांच एजेंसियों से कहना चाहता हूं कि जज लोया के कत्ल की जांच पर अमित शाह से पूछताछ करने की भी हिम्मत दिखाएं तो देश उनको बधाई देगा।’ वहीं, सीएम केजरीवाल ने इस मामले पर मुलाकात कर चर्चा के लिए दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल से वक्त भी मांगा है।
उधर, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मीडिया सलाहकार अरुणोदय प्रकाश ने ट्वीट कर कहा, ‘पुलिस द्वारा सीएम हाउस पर कब्जा। पुलिस बल विशाल संख्या में बगैर सूचना के मुख्यमंत्री के घर में दाखिल हुए। पुलिस राज ने दिल्ली के लोकतंत्र की हत्या की। पुलिस पूरे सीएम हाउस में फैल गई है। अगर ये एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ ऐसा कर सकते हैं तो सोचें कि गरीब लोगों के साथ वे क्या कर सकते हैं।’
सीएम आवास में लगे 21 कैमरों की जांच
नॉर्थ दिल्ली के एडीशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार ने बताया कि केजरीवाल के घर पर कुल 21 सीसीटीवी कैमरे लगे थे और उन सबके फुटेज सीज किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, हॉल में 21 में से 14 ही कैमरे चल रहे थे। बाकी कैमरे क्यों और कब से नहीं चल रहे थे, इसकी भी जांच की जाएगी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ किए जाने की तरफ भी इशारा किया है। पुलिस के मुताबिक, सीएम आवास में मौजूद कैमरों की टाइमिंग 40 मिनट 42 सेकेंड पीछे चल रही थी। अधिकारी ने बताया कि जिस जगह पर कथित मारपीट हुई, वहां कोई सीसीटीवी मौजूद नहीं था। हालांकि ड्राइंग रूम के बाहर और कॉरिडोर में कैमरे लगे थे, जिनके फुटेज की जांच की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि यह देखा जाएगा कि वहां जाने से पहले और बाद में लोगों के क्या मूवमेंट रहे थे। (एजेंसी)