संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर जारी विवाद अब सियासी गलियारे में भी पहुंच गया है. इसको लेकर कांग्रेस के भीतर ही घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस के दो दिग्गज नेता पद्मावती विवाद को लेकर आमने-सामने आ गए हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने महाराजाओं को कायर बताया, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जबरदस्त पलटवार किया है. उन्होंने नसीहत दी कि शशि थरूर को पहले इतिहास पढ़ना चाहिए कि महाराजाओं की क्या भूमिका थी? साथ ही ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए. उन्होंने कहा, ”मैं ज्यातिरादित्य सिंधिया हूं और मुझे अपने अतीत पर गर्व है .
इसके अलावा शशि थरूर के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर शशि थरूर से पूछा कि क्या सभी महाराजाओं ने ब्रिटिश के सामने घुटने टेके थे? शशि थरूर की इस टिप्पणी पर स्मृति ईरानी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्गी राजा और अमरिंदर सिंह से भी जवाब मांगा.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री उमा भारती, नितिन गडकरी समेत तमाम मंत्रियों ने संजय भंसाली पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है.वहीं, पद्मावती विवाद पर कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि जब इस तरह के हालात होते हैं, तो उसे सम्भालने की ज़िम्मेदारी सरकार की और I&B मंत्रालय की होती है. अगर किसी की भावना आहत होती है, तो सरकार उस गुट और फ़िल्म जगत को बैठकर समाधान निकालना चाहिए.